मोहे रंगना है पिया के संग अंग अंग में मनभावन रंग में। मोहे रंगना है पिया के संग अंग अंग में मनभावन रंग में।
अपनी चाहत भी बदल जाती जब हम बन जाते दीवानगी। अपनी चाहत भी बदल जाती जब हम बन जाते दीवानगी।
गल गए है सपने सब वादे, कसमें भी ढ़ल गए वेदना की धूनी में कंदिल से धुँआँ उठता है एक बुत के साये को ल... गल गए है सपने सब वादे, कसमें भी ढ़ल गए वेदना की धूनी में कंदिल से धुँआँ उठता है...
हर रात सो कर भी जागूँ जिनके लिए, ऐसे मीठे वो सपने हों। हर रात सो कर भी जागूँ जिनके लिए, ऐसे मीठे वो सपने हों।
बारिश की बूंद, यादों की खुशबू लाती होगी ना ! बारिश की बूंद, यादों की खुशबू लाती होगी ना !
हवा हो गया प्रेेम सारा बढा था जो प्रेेेमियों में! हवा हो गया प्रेेम सारा बढा था जो प्रेेेमियों में!